तनाव: त्वचा रोग और घरेलु उपाए
तनाव (stress) आजकल की जीवनशैली का एक अविभाज्य हिस्सा हो गया है। चाहे यह प्रोफेशनल या पर्सनल हो, हम सभी किसी न किसी रूप में तनाव का अनुभव करते हैं। इसके अलावा, यह बात भी सच है कि तनाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इनमें से एक तत्व जिसे हम अक्सर अनदेखा करते हैं, वह है हमारी त्वचा। हां, तनाव उम्र, खुराख, और आपकी त्वचा की सबसे बड़ी शत्रु है। जी हां, तनाव से होने वाले त्वचा रोग और उनके घरेलु उपाए के बारे में हम इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे।
ऑटोइम्यून रोग के बारे में सोचते हैं, तो यह शरीर की इम्यून सिस्टम की विफलता का परिणाम होता है, जिसमें शरीर अपने ही टिशू को हमले का शिकार बना देता है।

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तनाव और त्वचा: एक अद्वितीय संबंध
स्ट्रेस और त्वचा का एक गहरा संबंध है। जब हम स्ट्रेस में होते हैं, हमारा शरीर कोर्टिसोल नामक एक हार्मोन उत्पन्न करता है। यह हार्मोन हमारी त्वचा की सेबेसियस (तेल उत्पादन) ग्रंथियों को महसूस करने का कारण बनता है, जिससे हमें अधिक तेल और मुंहासों की समस्या होती है। स्ट्रेस के कारण सोरायसिस, मुंहासे और अन्य त्वचा रोग हो सकते हैं।
हमारे जीवन में हर रोज स्ट्रेस की विभिन्न स्तरों से हमें सामना करना पड़ता है। कभी यह काम से संबंधित होता है, तो कभी यह हमारे निजी जीवन में होते हुए घटनाक्रमों से संबंधित होता है।स्ट्रेस के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
लक्षण
- आपका मन हर समय चिंतित होता है।
- आपको नींद नहीं आती।
- आप अधिकांश समय थकावट महसूस करते हैं।
- आपके पास भोजन करने का मन नहीं होता।
- आपके मानसिक या शारीरिक स्वास्थ्य में अचानक परिवर्तन होता है।
बीमारियों के प्रकार
तेलीय त्वचा के साथ, स्ट्रेस और अन्य त्वचा विकारों के विकास के बीच भी एक सीधा संबंध है। इसमें शामिल हैं:
- सोरायसिस: तनाव सोरायसिस को बढ़ा सकता है। इसमें त्वचा पर लाल, खुजली वाले धब्बे होते हैं।
- एक्जिमा: एक्जिमा एक अवस्था है जिसमें त्वचा सूख जाती है, खुजली होती है और फट जाती है।
- हाइव्स: तनाव हाइव्स (उभरे हुए, लाल रंग के धब्बे या रैशेज) को ट्रिगर कर सकता है, जिससे त्वचा पर रैशेज नजर आ सकते हैं।
- हृदय रोग: ‘हार्ट अटैक’ आने के सबसे बड़े कारणों में से एक तनाव और चिंता है। जीवन खुशहाल चाहते हैं तो हृदय को स्वास्थ्य रखना बेहद जरुरी है। जिसके लिए आपको चिंतामुक्त होना ही पड़ेगा।
- बालों का झड़ना और सिरदर्द: बालों का लगातार झड़ना और पौष्टिक खानपान के बावजूद कोई असर ना पड़े तो समझ लीजिए इसके पीछे कुछ और नहीं बल्कि तनाव है। अगर आप अपने खूबसूरत बाल चाहते हैं तो चिंता करना बंद करें। इसके अलावा तनाव आपको लगातार सिरदर्द की समस्या दे सकता है।
- नींद ना आना: तनावमुक्त व्यक्ति गहरी और अच्छी नींद लेते हैं लेकिन अगर आप चिंता के घेरे में हैं तो नींद में खलल पड़ना जाहिर सी बात है। ऐसी स्थिति में आपकी प्रोफेशनल और निजी जिंदगी दोनों पर नकारात्मक असर पड़ता है और परिस्थितियां बिगड़ती जाती हैं।
- ध्यान केंद्रित ना कर पाना: जो लोग लंबे समय से तनाव में हैं, उन्हें काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल लगता है। अगर आपको लगता है कि ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं तो, आपको काम से थोड़ा ब्रेक लेने और आराम करने की जरूरत है।
ऑटोइम्यून रोग
स्ट्रेस और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के बीच एक संबंध है। स्ट्रेस से, शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही टिश्यू पर हमला करने लगता है, जिससे ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होते हैं। इसमें रूमेटाइड आर्थराइटिस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, क्रोहन रोग, और अन्य रोग शामिल हैं।
इलाज
- स्ट्रेस से निजात पाने के लिए सबसे पहले अपनी जीवन शैली में बदलाव लाएं।
- मेडिटेशन और योग करें। यह मानसिक और शारीरिक रूप सेभी आपको पूरी तरह स्वस्थ रखेगा।
- खुशमिजाज और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहें। नकारात्मक लोगों के साथ उठने-बैठने से बचें, क्योंकि उससे आप भी नकारात्मक हो सकते हैं।
- भरपूर नींद लें, लेकिन जरूरत से ज्याद न सोएं। सोने और सुबह उठने का एक समय निश्चित करें।
- बेवजह की बातों पर सोच-विचार या बहस न करें। इससे तनाव और भी बढ़ जाता है।
- अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें। इससे आपकी तकलीफें कम होंगी।
- तनाव की स्थिति मेंजंक और ऑयली फूड न खाएं। केवल पौष्टिक और संतुलित आहार ही लें।
- राहत भरा संगीत सुनें। तनाव होने पर तेज ध्वनि वाला संगीत नहीं सुनना चाहिए।
- धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल न करें। इनके सेवन से आपको कुछ देर के लिए राहत महसूस हो सकती है, लेकिन बाद में आपकी परेशानी दोगुनी बढ़ जाएगी।
- हर वक्त मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे गैजेट से चिपके न रहें।
- शारीरिक क्षमता से अधिक काम बिल्कुल भी न करें। घंटों काम में लगे रहने से तनाव की स्थिति पैदा होती है।
- समस्याओं के बारे में सोचने के बजाय उनका समाधान निकालने की कोशिश करें।
- किसी हिल स्टेशन पर जाएं। यहां प्राकृतिक खूबसरती के बीच शांति और सुकून मिलेगा। खुली और शुद्ध हवा में सांस लेने से मन-मस्तिष्क दुरुस्त होते हैं।
- कुछ नया और रचनात्मक सीखें।
- हेड मसाज, सोना या स्टीम बाथ लें। इससे दिमाग को राहत मिलेगी।
घरेलु उपाए
तनाव से होने वाले त्वचा रोग के घरेलु उपाए में नींबू, तुलसी, हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।
क्या खाएं
- विटामिन-सी सेभरपूर फल खाएं।
- हरे पत्तेदार सब्जि यां खाएं।
- काजू और भिगोए हुए बादाम खाएं।
- हर्बल टी पिएं।
- ओटमील खाएं।
क्या न खाएं
- ऑयली चीजों और जंक फूड से बचें।
- कैफीन का सेवन न करें।
- शुगर का इस्तेमाल कम से कम करें।
- चिप्स को नजरअंदाज करें।
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निष्कर्ष
यह स्पष्ट है कि तनाव हमारी त्वचा को प्रभावित करता है। इसलिए, यदि हम अपनी त्वचा की देखभाल करना चाहते हैं, तो हमें अपने जीवन में तनाव को नियंत्रित करने के उपाय खोजने होंगे। तनाव को कम करने के लिए उचित आहार, नियमित व्यायाम, और अच्छी नींद जैसे स्वास्थ्य आदतों का पालन करना महत्वपूर्ण हो सकता है।
Source : https://www.healthline.com/health/beauty-skin-care/stress-skin
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