How to stop Hair Fall: 10 Ayurvedic herbal remedies हेयर फॉल कैसे रोके – 10 आयुर्वेदिक हर्बल नुस्खे
आयुर्वेद में कई प्रकार की जड़ी-बूटियाँ हैं जो (Hair Fall Control) बालों के झड़ने की समस्या के समाधान में उपयोगी हो सकती हैं। बालों की ग्रोथ के लिए 10 आयुर्वेदिक हर्बल नुस्खे आएंगे काम, Hair Fall की समस्या भी होगी कम
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बालों के झड़ने के कारणों को समझना – Understanding the causes of Hair Fall
बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है। हर दिन, हमारे सिर से लगभग 100 बाल झड़ते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि हमारे बालों का एक विकास चक्र होता है। इस चक्र में, बाल बढ़ते हैं, फिर आराम करते हैं, और फिर गिर जाते हैं। नए बाल फिर से उगते हैं।
यदि आप अधिक बाल खो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपके बालों के झड़ने के कारण का पता लगाने और उपचार के विकल्पों पर चर्चा करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
Hair Fall सिर्फ महिलाएं ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के पुरुष भी बालों के झड़ने जैसी बालों की समस्याओं से परेशान हैं। विभिन्न कारणों से लोगों के बाल कम उम्र में ही झड़ने लगते हैं। आजकल, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, पोषक तत्वों की कमी, तनाव और प्रदूषण के अलावा, कई लोग समय से पहले बालों का सफ़ेद होना, बालों का झड़ना या बालों का झड़ना जैसी समस्याओं के लिए आनुवंशिक कारकों को जिम्मेदार मानते हैं। साथ ही, थायरॉयड रोग सहित अन्य स्थितियों के कारण लोगों को बाल झड़ने का अनुभव हो सकता है।
आहार संबंधी आदतें, दैनिक दिनचर्या और तनाव प्रबंधन – Dietary habits, daily routine and stress management
बालों से संबंधित इन समस्याओं को रोकने के लिए लोगों को अपनी आहार संबंधी आदतों, दैनिक दिनचर्या और तनाव प्रबंधन तकनीकों में बदलाव करना चाहिए। आयुर्वेद विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों का भी उपयोग करता है जो बालों के झड़ने की समस्या के समाधान में प्रभावी हो सकते हैं। इन आयुर्वेदिक औषधियों को कई परीक्षणों में बालों के विकास के लिए सहायक भी दिखाया गया है। भारतीय घरों में, दादी नानी के नुस्खे, या दादी-नानी के इलाज में, इन जड़ी-बूटियों का अधिकांश उपयोग किया जाता है। आप इस पोस्ट में ऐसी कुछ जड़ी-बूटियों के बारे में पढ़ सकते हैं जो बालों के विकास के लिए अत्यधिक सहायक मानी जाती हैं। (बालों के झड़ने के लिए आयुर्वेदिक उपचार हिंदी में) यह भी जानें कि उनका उपयोग कैसे किया जाता है। आयुर्वेद में बालों के झड़ने के लिए किन जड़ी-बूटियों की सिफारिश की जाती है?
हेयर फॉल रोकने की जड़ी-बूटियां – Herbs to stop Hair Fall

यहां 10 जड़ी-बूटियां हैं जो बालों के झड़ने को रोकने में मदद कर सकती हैं:
भृंगराज (False Daisy)
यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता रहा है। भृंगराज में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हेयर फॉल को रोकने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
ब्राह्मी (Bacopa monnieri)
यह एक और आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो बालों के विकास को बढ़ावा देने और हेयर फॉल को रोकने के लिए जानी जाती है। ब्राह्मी में स्मरण शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाने के गुण भी होते हैं।
आंवला (Indian Gooseberry)
यह विटामिन सी से भरपूर एक फल है, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो बालों को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।
एलोवेरा (Aloe Vera)
यह एक रसीला पौधा है जिसका उपयोग सदियों से औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता रहा है। एलोवेरा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं जो हेयर फॉल को रोकने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
नीम का तेल (Neem oil)
नीम एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है, जो सिर को संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है। नीम का तेल हेयर फॉल को रोकने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।
मेथी (Fenugreek)
मेथी का उपयोग अक्सर खाना पकाने में किया जाता है। मेथी में प्रोटीन और आयरन होता है, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। मेथी बालों को मजबूत बनाने और हेयर फॉल रोकने में भी मदद कर सकती है।
रीठा (soap nut)
यह बाल गिरने से रोकने के लिए बहुत असरदार जड़ी-बूटी है।
जटामांसी (Spikenard)
यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो हेयर फॉल को रोकने और बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। जटामांसी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
कपूर (Camphor)
यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और शीतलन एजेंट cooling agent है जो सिर को संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है। कपूर हेयर फॉल को रोकने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।
चाय के पेड़ का तेल (tea tree oil)
टी ट्री ऑयल एक एसेंशियल ऑयल होता है, इसे टी ट्री के पत्तों से निकाला जाता है। इस ऑयल में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल और कई अन्य गुण स्कैल्प और स्किन की परेशानियों से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं। इसके प्रयोग से बालों का झड़ना, रुसी, स्कैल्प में होने वाली खुजली जैसी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
जैसा की हम जानते है के भारत में ब्राह्मी, शंखपुष्पी, भृंगराज, आंवला, गुडुची, और यष्टिमधु (मुलहठी) उपयोग किया जाता है। ये जड़ी-बूटियाँ बालों से संबंधित समस्याओं में मदद करती हैं। इनका सेवन करने के अलावा इनका उपयोग बालों पर पेस्ट, तेल और आयुर्वेदिक शैम्पू के रूप में भी किया जाता है। इन पौधों के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि ये शरीर के धातुओं के स्तर और प्रकृति दोष (पित्त, वात और कफ) दोनों को संतुलित करते हैं। इससे रक्त संचार बढ़ता है और शरीर अंदर से स्वस्थ बनता है। इसका परिणाम बालों के रोम मजबूत होते हैं और बालों की वृद्धि में वृद्धि होती है। यह जानने के लिए कि कौन सी जड़ी-बूटी का उपयोग करना है और इसकी कितनी मात्रा लेनी है, आपको किसी पेशेवर से परामर्श लेना चाहिए।
हेयर फॉल के कुछ घरेलु उपाए। (Some home remedies for hair fall.)
1. त्रिफला, काले तिल तथा भृंगराज सभी समभाग लेकर चूर्ण बनाकर पिसी मिश्री मिलाकर रख लें। इसमें से 10 ग्राम चूर्ण इतनी ही मात्रा सायं मिलाकर दूध इसके बराबर की एक मात्रा भोजन के बाद लें।
2. सिर में प्रतिदिन सायंकाल सोने से पूर्व भृंगराज तेल की मालिश करें।
3. यदि आप चाय पीते ही हैं तो, उबली हुई चाय पत्ती को फेंकने के बजाय इसे पुनः उबालकर छान लें और ठण्डा होने दें। अब इसमें नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं तथा मल-मलकर सुखाएं, फिर धो डालें। इससे बाल साफ़ और चमकदार होते हैं।
4. नींबू, संतरे का रस और दही मिलाकर बालों में मलें और पानी से धो दें। यह प्रयोग बालों को सुन्दर और घना बनाने में उपयोगी है।
5. यदि आप खारे पानी वाले इलाके में रहते हों तो शैम्पू आदि करने के बाद बालों को लाल सिरके से धोएं।
6. शैम्पू में थोड़ी सी दही मिलाकर बालों में मलकर 10-15 मिनट बाद बाल धोने से आप के चमकदार दिखेंगे।
7. यदि डाई करने या रंगने की वजह से बालों में रूखेपन की शिकायत हो तो दूध में केला मथकर बालों में लगाएं। पका पपीता भी लगा सकते हैं। इससे रूखापन दूर हो जाएगा।
8. आँवला, रीठा, शिकाकाई तथा ब्राह्मी बराबर-बराबर वज़न में लेकर पीसकर एक में मिलाकर रख लें। लोहे की कढ़ाई में थोड़ा सा पानी गर्म करके इसमें 25 ग्राम यह चूर्ण तथा 5 ग्राम मेथी दाना डालकर अच्छी तरह चला दें और कढ़ाई उतारकर ढककर रख दें। दूसरे दिन इस पानी को छानकर इससे बालों को धोएं। यह प्रयोग करते रहने से बाल लंबे, घने, काले बने रहते हैं ।
9. बेर की एक पाव पत्तियों को थोड़े पानी में पीसकर एक दिन के लिए रख छोड़ें। अब इसे आधा किलो नारियल के तेल में इतना पकाएं कि सारा पानी जल जाए | पश्चात् इसे छानकर रख लें और नित्य लगाकर मालिश करें। इस तेल से बालों में चमक आती है तथा कालापन बढ़ता है ।
10. आपके बाल झड़ना शुरू हो रहें हो तो आँवले के रस में शहद मिलाकर सिर में मालिश करें आँवला चूर्ण मेंहदी के साथ पीसकर बालों में लेप करने से बाल घने और काले होते हैं ।
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